पूर्णिया: बिहार में अपराधियों और नक्सलियों के पास पहुंच रहे विदेशी हथियार से सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। रविवार को पूर्णियां में म्यांमार आर्मी के प्रयोग किये जाने वाले 3 एके-47 के साथ कई हथियार मिले। इन तस्करों से यह भी जानकारी मिली कि पहले भी ये ऐसे हथियारों की खेप पटना और आरा में पहुंचा चुके हैं। अब तक आधा दर्जन एके 47 बेचने की बात सामने आ चुकी है। इनमें आरा के मुकेश सिंह नाम का एक हथियार तस्कर भी शामिल है।
पूर्णिया में 3 एके-47 की बरामदगी से हुआ खुलासा
गिरफ्तार हथियार तस्करों में एक गोरखपुर जबकि दो मणिपुर के रहने वाले हैं। जिस गाड़ी से हथियारों को बरामद किया गया है उस गाड़ी में कई गुप्त तहखाने बने थे जिनमें हथियार और कारतूस छिपा कर रखे गए थे। इससे पहले जमुई में भी नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद पुलिस टीम को उनके पास से पाकिस्तान आर्मी का पिस्टल मिला था। इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार पुलिस से रिपोर्ट भी मांगी थी।
पूर्णिया में पुलिस ने म्यांमार आर्मी की 3 एके-47 राइफल के साथ 1850 राउंड गोलियां बरामद की हैं। दो अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) भी मिले हैं। इन लॉन्चरों को एके-47 में सेट कर ग्रेनेड फायर किया जाता है। तस्करों के इंटरनेशनल सिंडिकेट के जरिए हथियारों की यह खेप सीमा पार से लाई गई थी। फिर इसे सफारी में छिपा कर प. बंगाल के रास्ते भेजा जा रहा था।
इसी दौरान पूर्णिया में वायसी के दालकोला चेक पोस्ट के पास चेकिंग के क्रम में पुलिस ने जब सफारी को रुकने का इशारा किया तो उसमें सवार लोग भागने लगे। पुलिसकर्मियों ने खदेड़ कर तीन को पकड़ा। फिर गाड़ी की तलाशी में विदेशी हथियारों के साथ गोलियों का जखीरा मिला। गिरफ्तार आरोपियों में सूरज कुमार (पिपराईच, गोरखपुर), वीआर कहोरनगम व क्लियरसन काबो (दोनों मणिपुर) शामिल हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आईबी व अन्य सेंट्रल एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक जरूरत हुई तो एनआईए को भी जांच सौंपी जा सकती है।
नक्सलियों और अपराधियों को बेच रहे हैं एके-47
इससे पहले भी १४ जनवरी को बिहार के जमुई जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ के दौरान मारे गए एक नक्सली के पास से जो हथियार मिले थे उनमें एक पिस्टल पाकिस्तानी सेना का था। साथ में और भी हथियार मिले थे। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार से रिपोर्ट तलब की थी। जबकि पिछले साल अगस्त से मुंगेर में चल रही पुलिस कारवाई के दौरान अब तक एक दर्जन से ज्यादा एके-47 की बरामदगी हो चुकी है। इन हथियारों को भी बिहार के अपराधियों और नक्सलियों के हाथो बेचा गया था। लेकिन अब विदेशी हथियारों के मिलने से राज्य पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय ख़ुफ़िया एजेंसियों के कान भी खड़े हो गए हैं।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला