मुजफ्फरपुर: बिहारी वैसे तो किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं लेकिन जब फिल्म की बारी आती है तो यहां उन्होंने अपना लोहा समय समय पर मनवाते आते रहे हैं। बिहार में फिल्म उद्योग में सुनहरा भविष्य है और गांव घरों में कई प्रतिभी भी यूं ही बेकार हो रहा है। ऐसे लोगों का एक मंच बना और फिर शुरू हो गई फिल्म की कहानी पर काम।
फिल्म गैंगबाज में दिखेंगे युवा कलाकार
बिहार की छवि को धूमिल होते देख बिहार के कुछ युवाओं ने इस पर फिल्म बनाने की सोची और शुरू हो गया कहानी लेखना का काम। मुजफ्फरपुर जिले के युवा कलाकारों के अभिनय से लेकर लेखन के रंग ‘गैंगबाज’ फिल्म में दिखेंगे।
बिहार की पृष्ठभूमि पर बनने वाली इस फिल्म की शूटिंग मुजफ्फरपुर और झारखंड में होगी। मुजफ्फरपुर के कई युवा कलाकार मुबंई फिल्म इंडस्ट्री में अभिनय, गायन से लेकर विभिन्न क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। इन्हीं में कई कलाकार ऐसे हैं जिन्होंने मुंबई में पैर जमाने के बाद अपने राज्य और जिले की तस्वीर को सामने लाने के साथ ही कलाकारों को मंच देने का भी काम किया है।
ऐसे ही जिले के तीन कलाकारों ने अपने अभिनय और लेखन के रंग से मिलकर फिल्म गैंगबाज बनाई है। रविवार को इस फिल्म की शुरूआत की गई। साहेबगंज के मृणाल गौतम, बेला के विशाल मोहन और प्रिंस रनावत ने बताया कि यह फिल्म बिहार पर है। कैसे यहां के युवा दिग्भ्रमित होकर गलत रास्ता चुन लेते हैं और किस तरह अपने राज्य की सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्कार उन्हें फिर रास्ता दिखाती है, यह फिल्म के माध्यम से दिखाया जाएगा।
इल फिल्म की कहानी विशाल ने लिखी है। साथ ही फिल्म के निर्माता कुमार अरविन्द हैं, जो मूल रूप से समस्तीपुर निवासी है। इन कलाकारों का भी कहाना है कि बिहार में फिल्म को लेकर बहुत ही ज्यादा संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस फिल्म की जरिए हम बिहार के बारे में बता रहे हैं। साथ ही लोगों तक यह भी संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि बिहार से बाहर जा कर नौकरी करने वाले लोगों तक की वह बिहार में रह कर भी अपने परिवार और खुद का विकास कर सकते हैं, बस सोच और नजरिया बदलने की जरूत है।
हमारा बिहार टीम