पटना: स्टेट हेल्थ सोसाइटी के मुताबिक, पूरे राज्य से डेंगू के 1,346 मामले अब तक सामने आए हैं। अब तक 1,229 मामलों की पुष्टि हुई है। पटना में सबसे ज्यादा, 970 मामलों की रिपोर्ट आ चुकी है।डेंगू एड्स मच्छर के कारण होता है, जो स्थिर पानी में पैदा होते हैं। विशेषज्ञ मौसम के बदलाव, वर्षा और जल-जमाव की वजह से डेंगू के मामलों में ज्यादा वृद्धि होती है।
डेंगू महामारी इस साल फिर बिहार में वापस आ गया है
राज्य सरकार द्वारा दावों के बावजूद, डेंगू महामारी इस साल फिर बिहार में वापस आ गया है और राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से लड़ने को तैयार है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में। पटना में 970 मामले सामने आये हैं, जो कि सबसे ज्यादा है। वहीं, सीवान में (68), नालंदा में (55), मुजफ्फरपुर में (26), वैशाली में (25), सारण में (17), भागलपुर में (15), गया में (13) और औरंगाबाद में (10) मामले पाए गये हैं। अन्य जिले की रिपोर्ट केवल थोड़ी बेहतर है।
पिछले साल की तुलना में डेंगू की स्थिति बेहतर
हालांकि, डॉ रजनी मिश्रा जो कि एक राज्य स्वास्थ्य समाज की एक महामारी विज्ञानी हैं ने दावा किया है कि इस साल हालात बेहतर हैं। पिछले साल, यह आंकड़ा अक्टूबर में ही 1,000 हो गया था। पिछले साल की तुलना में यहां डेंगू के मामलों की संख्या में 20 से 30% गिरावट आई है।
डेंगू के लक्ष्ण हैं, शरीर पर लाल मच्छर काटने के निशान, उच्च बुखार, गंभीर पेट दर्द, थकान और मसूड़ों से रक्त या उलटी होना। सावधानीपूर्वक के रूप में डॉक्टर ने लोगों को शरीर के अधिकांश हिस्सों को कवर करने और मच्छर repellents का उपयोग करने के लिए और फुल स्लीव वाले कपड़े पहनने की सलाह दी है।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला