पटना: भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ रविवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में मिले। मुख्यमंत्री योगी ने एक शिष्टमंडल को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार की ओर से जल्द ही भोजपुरी-अवधी भाषा अकादमी का गठन किया जायेगा।
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन और सुप्रसिद्ध लोकगायक व अभिनेता दिनेशलाल यादव निरहुआ ने रविवार की सुबह लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। शिष्टमंडल ने 2 महिने से अधिक समय तक प्रयागराज में चले महाकुंभ का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न कराने पर योगी आदित्यनाथ का सम्मान भी किया।
सीएम योगी ने शिष्टमंडल को किया आश्वस्त
सीएम योगी ने शिष्टमंडल को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार की ओर से जल्द ही भोजपुरी-अवधी भाषा अकादमी का गठन किया जायेगा। उत्तरप्रदेश में बनारस से बलिया,देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर और गाजीपुर भोजपुरी का क्षेत्र माना जाता है। बनारस के दूसरी ओर जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर के पश्चिमी भाग और मिर्जापुर में अवधी से मिलती जुलती पश्चिमी भोजपुरी बोली जाती है।
जबकि इलाहाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली,सुल्तानपुर, फैजाबाद, बस्ती,बहराईच से लेकर लखनऊ तक के क्षेत्रों में अवधी भाषा बोली जाती है। उल्लेखनीय है कि आज भोजपुरी व अवधी भाषा का विस्तार तेजी से हो रहा है। इसकी पहुंच दुनिया भर में है क्योंकि यहां के लोग हर जगह पर मौजूद हैं।
अभिनेता रवि किशन भी थे मौजूद
अभिनेता रवि किशन ने कहा कि भोजपुरी और अवधी भाषा क्या है, कहां से शुरू हुई और कैसे इसका धीरे-धीरे विस्तार होता गया? यह सभी को समझाने की आवश्यकता है।भोजपुरी व अवधी एक मीठी भाषा के साथ-साथ परिवार के स्तर पर यह एक आर्य भाषा है, जिसकी जननी यूपी है।
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अभिनेता-गायक दिनेशलाल यादव निरहुआ ने कहा कि इस भाषा को बोलने वाले, उसे जानने और समझने वालों का विस्तार विश्व के सभी महाद्वीपों में है, इसका कारण ब्रिटिश राज के दौरान उत्तर भारत से अंग्रेजों द्वारा ले जाए गए मजदूर हैं, ये गए तो थे वहां मजदूरी करने लेकिन वहीं के होकर रह गए। अब इनके वंशज जहाँ उनके पूर्वज गये थे वहीं बस गये हैं। इनमें मॉरिशस, सूरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, फिजी आदि देश प्रमुख हैं जहां भोजपुरी-अवधी का बोलबाला है।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला