पटना: जिला प्रशासन ने छठ पूजा के लिए 22 गंगा घाटों को असुरक्षित घोषित कर दिया है। ऐसे घाटों के प्रवेश द्वार पर ‘खतरनाक घाट’ वाले बोर्डों को लगाया गया है। प्रत्येक असुरक्षित घाटों पर लाल कपड़े का एक लंबा टुकड़ा भी बांधा जाता है।
पटना के डीएम कुमार रवि ने बुधवार को कहा कि चिन्हित खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग की जा रही है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित घाटों तक पहुंचाने के लिए पुलिसकर्मियों को वहां तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा, “असुरक्षित और सुरक्षित घाटों का विवरण जिला प्रशासन के मोबाइल एप्लिकेशन – छठ पूजा पटना में अपलोड कर दिया गया है।” मोबाइल ऐप में परिवहन, सावधानियों, घाटों की दिशा, आस-पास की सुविधाओं, तालाबों, खोए / पाए, घाट प्रभारियों के संपर्क नंबर और वाहन पार्किंग के बारे में सभी विवरण हैं।
ये घाटे हैं असुरक्षित
बुद्ध घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, एलसीटी घाट, कुर्जी पाटलिपुत्र घाट, बंशी घाट, अंता घाट, जावज घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट, खजेकला घाट घाटन , गरियारी घाट, पीरनमारिया घाट, नंदगोला घाट, नूरुद्दीन घाट, बुंदेल टोली घाट और दमरही घाट को छठ भक्तों के लिए असुरक्षित घोषित किया गया है।
पटना में कुल मिलाकर 83 घाटों और 41 तालाबों को सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ अर्पित करने के लिए सुरक्षित माना गया है।
डीएम ने कहा कि सभी सुरक्षित घाटों में पीने के पानी, यूरिनल, चेंजिंग रूम, रेस्ट एरिया, वाहन पार्किंग की जगह, चिकित्सा सुविधाएं और सार्वजनिक पता सिस्टम जैसी बुनियादी सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा ”सुरक्षा कारणों से, सभी घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है। वॉचटावर और कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। छठ पूजा के दौरान एसडीआरएफ और पुलिस बल भी तैनात रहेगा। घाटों के लिए संपर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
टीम हमारा बिहार