पटना: बिहार में जब भी किसी की शादी होती हैं, तो विवाह महोत्सव में एक भोजपुरी सिंगर के गीत हमेशा बजते हैं। इस गायिका को साल 2001 में संगीत नाटक अकादमी अवार्ड और साल 2018 में पद्मभूषण अवार्ड मिल भी चुका है। हम बात कर रहे हैं बिहार की शान शारदा सिन्हा जी की। इन्होंने भोजपुरी संस्कृति को एक नई उड़ान दी। इन्होंने विवाह और छठ गीतों से गायकी में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के मिथिला क्षेत्र के सुपौल जिले में हुआ था।
यूपी-बिहार में भोजपुरिया जवार के बीच शारदा सिन्हा के कई भक्ति और छठ के गीत काफी प्रसिद्ध हैं। शारदा सिन्हा ने कई भोजपुरी लोकगीत भी गाए हैं। आज हम उनके गाए कुछ शादी गीतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भोजपुरिया क्षेत्रों में प्रसिद्ध है
हरे हरे हरे दादा
विवाह गीत हरे हरे हरे दादा गाने में इस बात का जिक्र है कि कैसे यूपी और बिहार में कच्चे बांस को मंडप से बांधा जाता है। शारदा जी कहती है कि मंडप बंधने के बाद बारात और सारे रिश्तेदार बैठेंगे। दोनों जोड़ो की शादी होने के बाद बड़े बुजुर्ग दोनों को नए दांपत्य जीवन का आशीर्वाद देंगे। शारदा सिन्हा की बेहतरीन आवाज ने गाने को चार चांद लगा दिए हैं।
पूरब दिशा
शुभ विवाह एल्बम में शादी के कुल 12 गाने हैं। एल्बम का पहला गाने का नाम पूरब दिशा है। गीत में शारदा जी कहती हैं। दुल्हन के पिता पूरब दिशा से चले दूल्हे को लगन चढ़ाने। पीली साड़ी, रेशमी चादर लेकर दूल्हे को सहरा सजाने चले हैं। पूरे गाने में दिखाय गया है कि कैसे एक पिता अपन बेटी की शादी की तैयारियों में लगे रहते है और घर में शादी के दौरान क्या-क्या तैयारियां होती हैं।
मोरे बबुआ को नज़रिया ना लगे
मोरे बबुआ को नज़रियां ना लगे गाने में दिखाया गया है कि एक मां अपने बेटे को दूल्हे के रूप में देखकर भावुक हो जाती है और कहती है कि मेरे बच्चे को नज़र न लगे। आज दूल्हे के रूप में मेरा लाल कितना सुन्दर लग रहा है। गाने में एक मां की ममता, प्यार, भाव को अच्छे से दर्शाया गया है।
हम त मंगनि आजन-बाजन
गाना हम त मंगनि आजन-बाजन में लड़की वाले दूल्हे के घरवालों से शानदार बारात लाने को कहते हैं। यह गाना भी शुभ विवाह एल्बम का है। इस एल्बम के गाने इतने बेहतरीन हैं कि यूट्यूब पर इन्हें 3,945,379 से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
सांवर सांवर सुरतिया तोहार दुल्हा
सांवर सांवर सुरतियां तोहार दुल्हा गाने में दुल्हन की सखियां दुल्हन को कहती हैं कि तुम्हारे दूल्हा सांवले हैं। बारात में सब हाथी पर सवार हैं। लेकिन सखी तुम्हारा दूल्हा इतना सुकुंआर है कि पालकी में सवार है। बारात बड़ी ही धूम-धाम से आई है।
बता दें कि शारदा सिन्हा ने अपनी सुरीली आवाज से भोजपुरी ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी दर्शकों का दिल जीता है। उन्होंने सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया में ”कहे तोसे सजना से और फिल्म हम आपके हैं कौन में विदाई गीत ”बाबुल जो तुमने सिखाया” गाने को गाया हैं। शारदा सिन्हा ने फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर का सॉन्ग तार बिजली से पतले हमारे पिया सॉन्ग को अपनी आवाज़ दी हैं।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला