Patna: बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर चिंतित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के सीआईडी को हाईटेक बनाना चाहते हैं। वो चाहते हैं कि बिहार पुलिस और सीआईडी हाईटेक तरीके से काम करें और केसों का जल्द से जल्द खुलासा करे। 15 दिनों के अंदर दूसरी बार पुलिस मुख्यालय पहुंचे। सीएम नीतीश कुमार ने तल्ख अंदाज में कहा कि क्राइम हुआ तो सिर्फ नीचे के नहीं ऊपर तक के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अचानक ही बिहार के पुलिस मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने खास तौर पर बिहार सीआईडी के कामकाज उनके तरीके को जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआईडी को लोग डंपिंग यार्ड समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं हो सीआईडी भी हाईटेक बनाना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों से सीआईडी के कामकाज के तरीकों को जाना और पिछले 2 साल के दौरान उनके द्वारा की गई कार्यों का प्रेजेंटेशन भी देखा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी जरूरत के समान हो वह सारे संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। लेकिन क्राइम कंट्रोल में सीआईडी की भूमिका भी होनी चाहिए।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आज बिहार सैन्य पुलिस यानी बीएमपी के बारे में भी जानकारी ली। बीएमपी के डीजी आर एस भट्ठी ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध नियंत्रण में कोताही बरतने पर सिर्फ नीचे के पदाधिकारी नहीं बल्कि ऊपर के अधिकारियों पर भी करवाई होगी। फील्ड में तैनात डीआईजी और आईजी को भी निगरानी रखनी होगी।
सीएम नीतीश सिर्फ 15 दिनों के अंदर दूसरी बार पुलिस मुख्यालय पहुंचे। नीतीश कुमार ने बैठक के दौरान निर्देश दिये कि अब थानों में केस के अनुसंधान और विधि व्यवस्था के लिए अलग-अलग टीम बनाकर काम किया जाए ताकि केसों की पेंडिंग कम हो। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था को बनाये रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।
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