Patna: लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासियों के लिए मसीहा बनकर बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद सामने आए। ऐसे में उनकी जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है। कई लोगों ने तो उन्हें अपना भगवान बना लिया तो कई ने अपने बच्चे का नाम उनके नाम पर रख दिया।
ऐसी ही एक दंपति बिहार के दरभंगा जिले की भी है, जो सोनू सूद की वजह से अपने घर वापस आ सके। इसलिए उन्होंने अपने बेटे का नाम अभिनेता के नाम पर रखा है। इस दंपति की ख्वाहिश है कि सोनू सूद दरभंगा आ कर खुद इस बच्चे का नामकरण करें और बच्चे को गोद में ले, जिससे इनका बच्चा भी उनकी तरह दूसरों की मदद करे।
दरभंगा के तारडीह ब्लॉक के लगमा रामभद्रपुर के वार्ड संख्या-5 के रहने वाले रामलल्ला उर्फ फूल नारायण चौधरी अपनी 8 माह की गर्भवती पत्नी गुड़िया चौधरी और दो छोटी बेटियों के साथ मुम्बई के गोरे गांव वेस्ट के भगत सिंह नगर में किराए का कमरा लेकर रहते थे। जीविकोपार्जन के लिए OLA कैब और प्राइवेट टूरिस्ट कार, टैक्सी चलाते थे।
लॉकडाउन के बाद उनका काम बंद हो गया। ऐसे में जैसे-जैसे लॉकडाउन बढ़ता गया उनकी स्थिति खराब होती चली गई। सारे काम-धंधे बन्द हो गए थे, ऊपर से गर्भवती पत्नी और कोरोना होने का डर। जिंदगी से निराश हो चुके फूल नारायण को एक वॉचमैन से सोनू सूद के वॉचमैन का लिंक मिला। ऐसे में रामलल्ला चौधरी सोनू सूद के बंगले पर जा पहुंचे और अभिनेता से मिलाने की इच्छा जताई।
वॉचमैन ने उनको एक फॉर्म दिया, जिस पर उन्होंने अपना मोबाइल नम्बर लिख कर दे दिया। दो दिनों बाद उनके मोबाइल पर सोनू सूद ने फोन किया और उनकी सारी तकलीफें जानने के बाद तत्काल उनके खाने-पीने और दवा की व्यवस्था कराई। इसके बाद 25 जून को सोनू सूद ने गाड़ी भेज इन्हें बुलाया और अपने साथ रेलवे स्टेशन ले जाकर स्पेशल ट्रेन जो मुम्बई से समस्तीपुर आ रही थी, उसमें पानी और जगह-जगह खाने पीने की व्यवस्था करवा इन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था की और घर पहुंचने के बाद भी हाल चाल जाना।
इधर, अपने घर दरभंगा आने के बाद 15 जुलाई को रामलल्ला और गुड़िया को एक बेटा हुआ, जिसका नाम इस दंपत्ति ने सोनू सूद के नाम पर रखा है। डिसके बाद अब इनकी ख्वाहिश है कि सोनू सूद दरभंगा आ कर खुद इस बच्चे का नामकरण करें।
हमारा बिहार टीम