Nalanda: बिहराशरीफ सदर अस्पताल में प्रसव के बाद उसे राम भरोसे छोड़ दिया जाता है। कागज पर तो गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने और प्रसव के बाद घर तक छोड़ने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था है। मगर यह सिर्फ कागज तक ही सीमित है।
इसकी हकीकत कैमरे में कैद हो चुकी है। हकीकत यह कि प्रसव के पहले आशा द्वारा इसे अस्पताल पहुंचाया जाता है और प्रसव होने के बाद जब उसकी हाजरी बन जाती है। इसके बाद जच्चा और बच्चा को अस्पताल में छोड़ दिया जाता है।
ऐसा ही कुछ बिहारशरीफ के अस्पताल में आज देखने को मिला। आशा के जाने के बाद जच्चा और बच्चा जोगाड़ गाड़ी पर बैठकर अस्पताल से जा रही थी, जब उससे पूछा गया कि आप लोग ठेला पर क्यों जा रहे है तो उनका जवाब था कि आशा द्वारा बताया गया अब एम्बुलेंस नहीं मिलता है।
इस बात की जानकारी जब अस्पताल प्रवन्धक को दी गई, तो आनन फानन में एम्बुलेंस मंगाया गया और पूरे मामले की जांच कराने की बात कही गई। हालांकि ये हालात बिहार के सभी जगहों पर है। योजना कागजों पर चल रही है लेकिन जनता के हालात में कोई सुधार नहीं है।
हमारा बिहार टीम