पटना: भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव आज भी अपने बुरे दिनों के दिनों को भुला नहीं पाए हैं। खेसारी ने गरीबी को करीब से देखा है। यही वजह है कि आज भोजपुरी इंडस्ट्री में बड़ा मुकाम हासिल करने के बावजूद भी वह जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमोशा तत्पर रहते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि खेसारी लाल अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा लोगों की मदद में लगा देते हैं औऱ वह नियमित तौर पर वृद्धाश्रम जाकर बूढ़े-बुजुर्गों के बीच वक्त बिताते और उनका आशीर्वाद लेते हैं।
नियमित तौर पर जाते हैं वृद्धाश्रम
एक इंटरव्यू में खेसारी लाल ने अपने गरीबी के दिनों को याद करते हुए कहा ”मैं जो कुछ भी आज बना हूं वह सिर्फ लोगों की वजह से बन पाया हूं। इसी इंटरव्यू में खेसारी ने बताया कि उन्होंने सभी धर्मों और जातियों के 62 बच्चों को गोद ले रखा है। गोद लिए बच्चों पर वह हर महीने 3 लाख रुपए सिर्फ पढ़ाई पर खर्च करते हैं।
इस इंटरव्यू में उन्होंने आगे बताया कि वह हर महीने वृद्धाश्रम जाते हैं। उस दौरान वह 50 हजार के फल भी ले जाते हैं जो बुजुर्गों में बांटते हैं। यही नहीं वे उन बुजुर्गों का पैर भी धोते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं।
बता दें कि खेसारी का शुरुआती जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। उनका जन्म बिहार के छपरा जिले के रसूलपुर चट्टी धनाड़ी गांव के साधारण से परिवार में हुआ था। उन्होंने करीब 10 सालों तक दूध बेचा और फिर दिल्ली आकर पत्नी के साथ लिट्टी चोखा की रेहड़ी भी लगाई।
बात करें फिल्मों की तो हाल ही में उनकी फिल्म कुली नंबर 1 रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म ईद के मौके पर 5 जून को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उनके ऑपोजिट काजल राघवानी हैं।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला