Begusarai: बेगूसराय जिले में बुर्का पहने एक लड़की को राष्ट्रीयकृत बैंक में लेन-देन करने से रोकने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना शनिवार की है, जब युवती बेगूसराय के मंसूर चौक शाखा के यूको बैंक में पैसे निकालने गई थी। लड़की ने इस घटना को रिकॉर्ड कर रविवार को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
वीडियो के अनुसार, तीन से चार बैंक कर्मचारियों ने उसे हिजाब हटाने के लिए कहा और उसके बाद ही पैसे निकालने के लिए आवेदन किया। लड़की ने इसका कड़ा विरोध किया और अपने माता-पिता को फोन किया। उन्होंने कर्मचारियों को लिखित सूचना दिखाने के लिए कहा कि बैंक के अंदर हिजाब की अनुमति नहीं है।
उसके पिता वीडियो में पूछते हैं कि “मैं और मेरी बेटी हर महीने बैंक आते थे लेकिन पहले कभी किसी ने आपत्ति नहीं की थी। वे अब ऐसा क्यों कर रहे हैं? अगर कर्नाटक में ऐसी कोई चीज लागू की गई है, तो वे इसे बिहार में क्यों लागू कर रहे हैं? क्या उनके पास बैंकिंग परिचालन में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बारे में कोई लिखित सूचना है?” हालांकि कर्मचारियों ने उन्हें घटना की रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए भी कहा, जिसे महिला और उसके परिवार ने मना कर दिया।
वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया और राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे री-ट्वीट किया। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए पूछा, “आप अपने पद को सुरक्षित करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं? मैं समझता हूं कि आपने अपनी विचारधारा, नीतियों, नैतिक जिम्मेदारी और विवेक को भाजपा के सामने गिरवी रख दिया है लेकिन आपने संविधान की शपथ ली है। कम से कम संविधान का सम्मान करें और कथित कर्मचारियों को गिरफ्तार करें।”
इस बीच, यूको बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस घटना पर एक बयान दिया है, “बैंक नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और जाति या धर्म के आधार पर अपने सम्मानित ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करता है। बैंक इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच कर रहा है।”
वहीं, बैंक के ब्रांच मैनेजर रितेश कुमार ने इस मामले पर ट्विट कर लिखा कि कैशियर को लगा कि हस्ताक्षर में फर्क आ रहा है जिसकी वजह से उन्होंने महिला को सिर्फ़ चेहरा दिखाने के लिए बोला कि हम आपकी पहचान करना चाहते हैं। हिज़ाब से हमारा कोई लेना देना नहीं।