Patna: अगर आप बिहार में हैं तो सावधान हो जाइए, यहां कोरोना मरा नहीं, मार रहा है। चुनाव की हलचल का सबसे अधिक पटना में असर दिख रहा है। संक्रमण बढ़ने की रफ्तार पटना में सबसे अधिक है जो शुभ संकेत नहीं है।
चुनाव की हलचल के बीच बढ़ता कोरोना संक्रमण का मामला स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चिंता की बात है। अब तक कई नेताओं की संक्रमण से मौत हो चुकी है और कई की हालत गंभीर है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, राजीव प्रताप रूढ़ी, शहनवाज हुसैन, मंगल पांडेय, देवेंद्र फडणवीस कोरोना के चपेट में आ चुके हैं। तेजस्वी की मानें तो इस संकट में चुनाव नहीं होना चाहिए था, अब चुकी हो रहा है तो क्या कर सकते हैं।
पटना में जिस तरह से संक्रमण की चेन बढ़ रही है, ऐसी हालत प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं है। इसमें 35 प्रतिशत से अधिक मरीजों को गंभीर लक्षण मिल रहे हैं। बिहार में 24 घंटे में कुल 1276 मामले आए, जिसमें पटना में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण का मामला लगभग 300 पहुंच रहा है, जो डराने वाला है।
बिहार में कंटेंमेंट जोन की संख्या 12 से 27 हो गई है। बिहार में अब तक कोरोना के 11076 एक्टिव केस है और 1026 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन चुनाव में नेताओं की रैली लगातार हो रही है और उसमें सोशल डिस्टेंस की धज्जियाम भी उड़ाई जा रही है। कहीं पर भी कोरोना को लेकर गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है। एक तरफ बिहार का चुनाव, लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व और दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते आंकड़े डराने लगे हैं।
हमारा बिहार टीम