Patna: बिहार पुलिस होली से पहले राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने वाले गुंडों को रोकने के लिए ड्रोन का उपयोग करने सहित सभी संभव उपाय करेगी। एक उच्च स्तरीय बैठक में बिहार के डीजीपी एस. सिंघल ने फील्ड अधिकारियों को इसे प्राथमिकता के आधार पर लागू करने के निर्देश दिए। कम कोरोना खतरे के मद्देनजर राज्य के लोगों द्वारा इस साल होली को बड़े पैमाने पर मनाने की उम्मीद है।
डीजीपी ने राज्य के आईजीपी, डीआईजीपी, एसएसपी, एसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारियों को टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए अपने-अपने क्षेत्रों में चेकिंग तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से राज्य के शराब माफियाओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन, मोटर बोट, हेलीकॉप्टर और घोड़ों का इस्तेमाल करने को कहा है।
उन्होंने शराब विरोधी टास्क फोर्स और वज्र को और प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। निर्देश का पालन करते हुए पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने सभी थानेदारों को बाइकर्स गैंग पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया।
ढिल्लों ने कहा, हम जिले में 1,500 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करेंगे, विशेष रूप से फोर-लेन अटल पथ और दीघा-एम्स एलिवेटेड पाटली पथ जैसे हाई स्पीड जोन पर। क्षेत्र में एक क्यूआरटी और शराब विरोधी टास्क फोर्स भी तैनात किया जाएगा। सेवा में दबाव डाला जाएगा। डॉग स्क्वायड की 12 टीमें भी।
नए नियम के अनुसार, यदि कोई अपराधी शराब के नशे में पकड़ा जाता है और विक्रेता का नाम प्रकट करने से इनकार करता है, तो उस पर शराबबंदी कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उसे जेल भेज दिया जाएगा।