Khagaria: आज के 21 वीं सदी में आज हम जहां चांद पर बसने का ख्वाब देख रहे हैं। वहां आज भी हमारा समाज अंधविश्वास के मकड़ जाल में फंस कर कुछ ऐसा काम कर देता है, जिसका मेडिकल साइंस तो बिल्कुल ही इजाजत नहीं देता है।
जी हां, अंधविश्वास का ऐसा ही खेल आज खगड़िया में दिखने को मिला। जहां सर्प दंश का शिकार हुए चार साल के एक बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। लेकिन बावजूद मृत बच्चे को जिंदा करने के लिए परिजन उसे मिट्टी में गाड़ दिया। बच्चे के सिर को ऊपर रखा और शरीर के अन्य भाग को जमीन के अंदर गाड़ दिया और मौके पर हनुमान जी की तस्वीर रखकर पूजा-अर्चना शुरू कर दिया।
एक तरफ परिजन जहां हनुमान जी को प्रसन्न करने में लगे हैं। वहीं, दूसरी तरफ तांत्रिक गंगा मैया को प्रसन्न करने गंगा स्नान को निकले हैं ताकि कोई चमत्कार हो जाय। लेकिन मिट्टी में दबे बच्चे में कोई सुधार नहीं हुआ है।
दरअसल, सदर प्रखंड के आवास बोर्ड का रहने वाले चार साल के साहिल कुमार को कल खेलने के दौरान सर्प ने काट लिया था। मृत बच्चे के परिजन इलाज के लिए जिले के सरकारी से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। लेकिन सभी डॉक्टर ने बच्चे को मृत मानकर इलाज करने से इनकार कर दिया। तब थक हार कर परिजन गांव के एक तांत्रिक के पास गए। जहां तांत्रिक ने झाड़-फूक के बाद बच्चे को मिट्टी के अंदर रखने का सलाह दिया। बच्चे की मां खुशबू देवी की मानें तो अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। बस एक उम्मीद है कि शायद उसका बच्चा जिंदा हो जाए।
हमारा बिहार टीम