पटना: बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान जेडी (यू) 15 साल बनाम 15 साल के नारे के साथ मतदाताओं के पास जाएगी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को यहां एक बैठक में अन्य नेताओं को बताया।
चुनाव मैदान में राजद के 15 साल बनाम NDA के 15 साल के साथ जाएंगे
आरसीपी सिमह ने कहा कि बिहार के लोग लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन और नीतीश कुमार के 15 साल के शासन के बीच अंतर के बारे में जानते हैं। हम मतदाताओं को विरोधाभासों के बारे में सूचित करेंगे। आरसीपी सिंह ने पार्टी नेताओं से कहा कि हम 15 साल बनाम 15 साल के साथ लोगों के पास जाएंगे। हम लोगों को अगले पांच साल के लिए नीतीश सरकार की योजना के बारे में भी जानकारी देंगे।
वह जद (यू) के क्षेत्रीय और जिला प्रभारियों, जिला अध्यक्षों और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के प्रभारियों की एक राज्य-स्तरीय संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में विभिन्न जिलों के लगभग 350 नेताओं ने भाग लिया।
राज्य में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ चल रहे विरोध का उल्लेख करते हुए, आरसीपी ने कहा ”कुछ लोग नए नागरिकता कानून और एनआरसी के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ पार्टियां भय की राजनीति खेल रही हैं। लेकिन हमारा उद्देश्य ‘डर’ के खिलाफ ‘विश्वास’ का माहौल बनाना होगा। यह विश्वास और भय के बीच संघर्ष होगा। जद (यू) यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा कि अल्पसंख्यकों का विश्वास किसी भी कीमत पर टूटे नहीं।”
‘CAB पर सोच-समझकर साथ दिया’
मालूम हो कि पूरे देश में CAB के विरोध में एकजुटता बनाने की कोशिशों में लगे प्रशांत किशोर लगातार पार्टी के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं, लेकिन यही ट्वीट अब उनके लिए मुश्किलें खड़ी करते जा रहे हैं। उनकी पार्टी जेडीयू ने कहा कि प्रशांत किशोर को अच्छा नहीं लग रहा है, तो वह जहां जाना चाहें, जा सकते हैं।
आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू पूरी तरह से सेक्युलर दल है। इसके लिए हमें किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है, जिसके पेट में दर्द हो रहा है, उनके लिए रास्ता खुला है। वह अपना रास्ता खुद देख सकते हैं। हमारे लीडर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच एकदम साफ है। नागरिकता संशोधन बिल पर हमारे नेता और दल ने सोच-समझकर साथ दिया है। हम भी पढ़े-लिखे हैं, कानून को जानते हैं, भारत हमेशा से सेक्युलर राष्ट्र रहा है और आगे भी रहेगा।
उन्होंने राज्य भर के अधिकांश मतदान केंद्रों पर एक अध्यक्ष और एक सचिव को सफलतापूर्वक नियुक्त करने के लिए क्षेत्र के नेताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा “अब जद (यू) के लगभग हर मतदान केंद्र पर उसके पदाधिकारी हैं।”
‘जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नहीं हैं पीके’
आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर को हमारे नेता नीतीश कुमार ने बहुत सम्मान दे दिया है, अब वो जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नहीं हैं। अभी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन का गठन नहीं हुआ है। सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राष्ट्रीय संगठन में अभी कोई किसी पद पर नहीं है।
हमारा बिहार टीम