पटना: पॉलिटीक्स में हर राजनेता अपने परिचय में निश्चित रूप से उल्लेख करते हैं कि वे समाज सेवा कर रहे हैं, फिर भी जो संकट की घड़ी में अवसर की ओर बढ़ता है वही एक बड़े नेता के रूप में उभरता है।
पप्पू यादव पटना में चल रहे जल जमाव में बचाव और राहत का चेहरा बनकर उभरे हैं। राजधानी के पानी वाले इलाकों के लोगों के लिए आगे आए पप्पू यादव की चारों ओर तारीफ हो रही है। राहत कार्यों के एक और वीडियो के सेशल मीडिया पर आने के बाद उनकी लोकप्रियता नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।
विडंबना यह है कि मधेपुरा और पूर्णिया स्थित जाप नेता को पटना में राहत अभियान की पहल करनी पड़ रही है, जबकि राजधानी पटना में तमाम बड़े राजनेताओं का घर है, जो ज्यादातर भाजपा से संबंधित हैं।
पप्पू यादव ने पिछले मंगलवार को पटना के कई इलाकों में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत अभियान चलाया। उन्होंने पटना के बाजार समिति, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग में फंसे लोगों के बीच जाकर दूध, खाना और दवा का वितरण किया।
पत्रकारों से बात करते हुए पप्पू यादव ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से पटना नर्क बन गया है। बाढ़ में फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने में सरकारी महकमा विफल साबित हो रहा है। जाप कार्यकर्ता अपने स्तर पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं। जरूरतमंद लोगों को पार्टी की तरफ से आर्थिक मदद की जा रही है।
एक पर्यवेक्षक ने बिहार टाइम्स से कहा, “चार पांच दशकों में पटनाइट्स ने संकट की भयावहता नहीं देखी है जो इस जल जमाव ने बनाई है। यदि कोई व्यक्ति पप्पू यादव की इस तरह की महत्वपूर्ण स्थिति में मदद करता है, तो यह काफी भावनात्मक बात है। निश्चित रूप से लोग अपने काम को सालों तक नहीं भूलेंगे और आप जानते हैं कि निर्णय लेने में भावनाओं की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
रिपोर्ट- माधुरी शुक्ला
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