Gaya: गया जिले में एक नदी तट से अवैध रूप से रेत खनन के लिए पुलिस द्वारा किए गए हमले में महिलाओं सहित कई ग्रामीण घायल हो गए। मंगलवार को हुई इस घटना का एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद बिहार पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है।
पूरा मामला जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के आढ़तपुर गांव का है। वायरल हो रहे इस वीडियो में महिलाएं गांव में मोरहर नदी के किनारे हाथ बांधकर बैठी नजर आ रही हैं। इधर, जमीन पर बैठे लोग बेबस लाचार दिख रहे हैं। वे कथित तौर पर नदी के किनारे से रेत खनन कर रही थीं।
दरअसल, उक्त गांव में मंगलवार को नदी किनारे जिला खनन विभाग द्वारा बालू उठाव को लेकर सीमांकन करने का काम शुरू किया गया था। इसी दौरान ग्रामीण उग्र हो गए थे और इसका विरोध करते हुए पुलिस बल पर पथराव कर दिया था, जिसमें नौ पुलिस जवान बुरी तरह घायल हो गए थे।
घटना के बाद जिला पुलिस की ओर से और सुरक्षाबल जवानों को भेजा गया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पथराव करने वाले महिला-पुरुष व किशोरियों सहित 10 को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, इस दौरान उन्होंने जो तरीका अपनाया उसका वीडियो वायरल हो रहा है।
पुलिस ने कहा, ग्रामीणों ने खनन विभाग के अधिकारियों और पुलिस टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया, जो अवैध रेत खनन को रोकने के लिए उनके पास गए थे। इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
स्थानीय पुलिस ने दावा किया कि झड़प में नौ पुलिसकर्मी और करीब दो दर्जन ग्रामीण घायल हो गए। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, पुलिस द्वारा किए गए क्रूर हमले के बाद केवल ग्रामीण ही घायल हुए हैं। उन्होंने ग्रामीणों के हाथ बांध दिए और उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
इस बीच, गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। लोगों ने लाठी-डंडे से पुलिस व मजिस्ट्रेट पर हमला किया था। अन्य उपद्रवियों को भी पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा।
इधर, पूरे मामले में ग्रामीणों ने कहा कि हमने इसलिए विरोध किया क्योंकि अगर बालू का उठाव गांव से शुरू होता तो बरसात के दिनों में गांव में पानी घुस जाता, जिससे लोगों को परेशानी होती।